मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने से पहले जल में मिला दें ये चीजें, शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आजमाएं ये उपाय
शास्त्रों के अनुसार सूर्य जब भी एक से दूसरे राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहा जाता है। इस साल सूर्य मकर राशि में प्रवेश रात 2 बजकर 43 मिनट पर करेंगे। इसी कारण इस साल मकर संक्रांति का त्यौहार 14 की जगह 15 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति के दिन तीर्थस्थलों और पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान करने का विशेष महत्व है। कहते हैं कि संक्रांति के दिन दान दक्षिणा या धार्मिक कार्य करने से सौ गुना फल अधिक मिलता है। मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य की उपासना का विधान है। इसके अलावा मकर संक्रांति के दिन कुछ खास उपायों को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए ज्योतिषाचार्य विमल जैन से जानते हैं कि संक्रांति के दिन किन उपायों को करना फलदायी रहेगा।
मकर संक्रांति के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य के उगने पर तांबे के लोटे या गिलास में शुद्ध जल लेकर, उसमें कुमकुम और लाल फूल डालकर भगवान को अर्घ्य दें। फिर कुश के आसन पर बैठकर सूर्य गायत्री मंत्र का इच्छानुसार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।।
अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए मकर संक्रांति के दिन चौदह की संख्या में किसी भी एक चीज का सुहागिन औरतों को दान करना चाहिए।
सूर्यदेव के शुभ फल प्राप्त करने के लिए कल के दिन गुड़ और कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
अपने मन की कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति को तांबे का सिक्का या तांबे का चौकोर टुकड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें। साथ ही एक लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर किसी जरूरमंद को दान करें।
आर्थिक रूप से लाभ पाने के लिए मकर संक्राति यानि कल सुबह के समय स्नान के बाद पूर्व दिशा में एक पाटे पर सफेद कपड़ा बिछाकर, उस पर सूर्य देव की तस्वीर या मूर्ति रखें। अब पाटे के सामने आसन बिछाकर बैठें और पंचोपचार से भगवान की पूजा करें। पूजा के बाद भगवान को गुड़ का भोग लगाएं और अंजुलि में लाल फूल लेकर अर्पित करें। अब 108 बार सूर्य मंत्र का जप करें। अगर संभव हो तो लाल चंदन की माला से मंत्र जप करें। मंत्र इस प्रकार है- ऊँ घृणि सूर्याय नमः।
आपके घर-परिवार को कभी किसी की नजर न लगे, इसके लिए मकर संक्रांति वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी के दिन पांच कौड़ियां लें और उन्हें घर के मुखिया के ऊपर से सात बार वारकर गणेश जी के चरणों में स्पर्श करवा लें। इसके बाद इन कौड़ियों को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
अगर आपका पैसा कहीं फंस गया है। जिसको आपने पैसा दिया था, अब वह वापस लौटाने का नाम नहीं ले रहा तो मकर संक्रांति के दिन एक गोमती चक्र लें और शाम के समय कहीं विराने में जाकर एक छोटा-सा गड्ढा खोदें और उस गड्ढे में 'ऊँ गं गणपतये नमः' मंत्र का जप करते हुए गोमती चक्र दबा दें।
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