कब रखा जाएगा निर्जला एकादशी व्रत, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त...
हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर महीने में एकादशी दो बार आती है। एक कृष्ण पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी के रूप में जाना जाता है। कहते हैं कि निर्जला एकादशी का व्रत करने वालों को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन उपवास करने से जीवन में संपन्नता आती है। आइए जानते है इस बार निर्जला एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा। इस दौरान व्रत में किन-किन चीजों को करने से बचना चाहिए।
तिथि व शुभ मुहूर्त
इस वर्ष ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी तिथि की शुरूआत 10 जून शुक्रवार को प्रात: 07 बजकर 25 मिनट से होगा और इसका समापन 11 जून शनिवार को प्रात: 05 बजकर 45 मिनट पर होगा।

निर्जला एकादशी व्रत में क्या करें और क्या न करें
चावल खाने से बचें-
शास्त्रों के मुताबिक, निर्जला एकादशी व्रत पर चावल खाने से परहेज करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि जो इंसान एकादशी के दिन चावल का सेवन करता है उसे अगले जन्म में कीड़े का रूप लेकर पैदा होना पड़ता है।
नमक ना खाएं- निर्जला एकादशी के व्रत में भूलकर भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। नमक का सेवन अगर बहुत ज्यादा जरूरी है तो दिन में एक बार सेंधा नमक खा सकते हैं, यदि आप व्रत नहीं रख रहे हैं तब भी सात्विक भोजन का ही सेवन करें।
इन चीजों से भी बचें-
निर्जला एकादशी पर चावल, मसूर की दाल, मूली, बैंगन और सेम का सेवन भी नहीं करना चाहिए। अगर आप निर्जला एकादशी का व्रत नहीं रख रहे हैं तब भी आपको इन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
ये गलतियां भी ना करें-
इस दिन व्रत करते समय किसी के प्रति मन में बुरे विचार नहीं रखने चाहिए। इस दिन वाद-विवाद से बिल्कुल दूर रहना चाहिए। इसके अलावा, बेड या पलंग पर सोने की बजाए जमीन पर ही आराम करें।

