कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि ? यहां नोट कर लें डेट और इससे जुड़ी आवश्यक जानकारी

शक्ति की साधना का पर्व चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रहा है। जानकारों के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि पर माता की सवारी बहुत शुभ है। इस साल चैत्र नवरात्रि पर मां अंबे नाव पर सवार होकर आ रही है। इसे देवी दुर्गा का शुभ वाहन माना जाता है। कहते हैं जब पृथ्वी पर माता नाव की सवारी कर आती हैं तो भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। 9 दिन में किए हर काम में सफलता मिलती है।
माता की सवारी वार पर निर्भर करती है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी 22 मार्च को बुधवार है। बुधवार पर मां का आगमन नौका पर होता है। वहीं देवी दुर्गा का विसर्जन 31 मार्च को होगा, इस दिन शुक्रवार होने से मां डोली पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी। सिंह के अलावा मां अंबे का डोली, नाव, घोड़ा, हाथी भी वाहन है। इस साल चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर 22 मार्च को सुबह 6 बजकर 29 मिनट से सुबह 7 बजकर 39 मिनट तक घटस्थापना का शुभ मुहूर्त है।
नवरात्रि में मां दुर्गा 9 दिन तक अपने भक्तों के बीच रहती हैं। इस दौरान जो देवी की सच्चे मन से भक्ति करता है उसका बेड़ा पार हो जाता है। मान्यता है कि जो साधक नियम का पालन करते हुए 9 दिन तक 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै' रोजाना 108 बार जाप करता है। उसे शत्रु और ग्रह बाधा की पीड़ा से मुक्ति मिलती है. कार्य बिना रुकावट पूरे होते हैं।
नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। इस साल चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि 29 को है। वहीं नवमी तिथि 30 मार्च 2023 को है। इन दोनों दिनों में कन्या पूजन किया जाता है। कहते हैं इसके बिना 9 दिन की पूजा अधूरी मानी जाती है।
अष्टमी या नवमी पर कन्या पूजन में 2-9 साल तक की कन्याओं को घर में भोजन के लिए आमंत्रित किया जाता है। कहते हैं अलग-अलग उम्र की कन्या के पूजन से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।