Vastu Tips: क्या आपके घर में भी है शीशे वाली अलमारी? जान लीजिए ऐसा होना शुभ है या नहीं
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे अलमारियों के दरवाजे पर लगे शीशा के बारे में। आजकल फैशन के दौर में ऐसी आलमारियां आ रही हैं जिनके दरवाजे पर बाहर की तरफ से शीशा लगा होता है, लेकिन वास्तु नियम के अनुसार यह बिल्कुल ठीक नहीं है। क्योंकि नियम के अनुसार अलमारी रखने की दिशा दक्षिण या पश्चिम है जबकि वास्तु के अनुसार शीशा लगाने के लिये पूर्व या उत्तर दिशा को अच्छा माना जाता है। इसलिए अगर अलमारी के दरवाजे पर शीशा लगा होगा तो वह ठीक नहीं है। यह नकारात्मकता का प्रतीक है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ता है। आपकी आय में कमी आ सकती है। ऐसी अलमारी अधिकतर कपड़ों की होती है।

डाइनिंग रूम में शीशा किस दिशा में लगाना चाहिए?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, डाइनिंग रूम में शीशा लगाना बहुत ही अच्छा माना जाता है और वो भी बड़ी आकृति का। डाइनिंग रूम की दिवार पर लगे बड़े-बड़े आईने ऊर्जा के अद्भुत स्त्रोत होते हैं। यह भाग्य के लिये बहुत ही शुभ माना जाता है। अगर डाइनिंग रूम में ठीक डाइनिंग टेबल के सामने बड़ा-सा शीशा लगा हो तो उसमें खाने के दौरान देखने पर खाने के दोगुने होने का आभास होता है। जिससे भूख तो अधिक लगती ही है साथ ही घर के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और उनमें खुशी का संचार बढ़ता है। इसके अलावा अगर आपका किचन पश्चिम मुखी है तो आप पीछे की तरफ, यानी पूर्व दिशा की दिवार पर एक गोल शीशा लगाएं। इससे आपके किचन में जो भी वास्तु संबंधी समस्या है वो दूर हो जाएगा।

घर के इस दिशा में शीशा लगाना होता है शुभ
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण, पश्चिम दिशा और आग्नेय, वायव्य एवं नैऋत्य कोण की दीवार पर शीशा लगाना चाहिए। अगर आपके घर या ऑफिस की इन दिशाओं में शीशा लगा हुआ है तो उसे तुरंत ही वहां से हटा दें, क्योंकि यह अशुभ होता है। वहीं कई घरों में शीशादीवार पर टाइल्स के बीच में लगा हुआ होता है तो उसे हटाना संभव नहीं है। ऐसे में उस शीशाको कपड़ा से ढक सकते हैं, जिससे उसकी आभा किसी भी वस्तु पर न पड़े। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस दिशा में शीशा लगाना हानि पहुंचाता है। इन दिशाओं में शीशा लगाने से भय बना रहता है।

