Tulsi Puja on Ekadashi : एकादशी के दिन तुलसी माता को 16 श्रृंगार अर्पित करने से क्या होता है?
एकादशी के दिन तुलसी माता को 16 श्रृंगार अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है, पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है और योग्य जीवनसाथी की तलाश कर रहे लोगों को भी लाभ मिलता है. इसके पीछे कई धार्मिक कारण हैं,चलिए जानते हैं.

तुलसी को मां लक्ष्मी का ही एक रूप माना जाता है. 16 श्रृंगार सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है. एकादशी पर तुलसी को 16 श्रृंगार अर्पित करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन, वैभव और सुख-समृद्धि का वास होता है.

तुलसी भगवान विष्णु को बहुत प्रिय हैं. एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस दिन तुलसी को 16 श्रृंगार अर्पित करने से भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

तुलसी विवाह का पर्व विशेष रूप से वैवाहिक सुख और उत्तम जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए मनाया जाता है. एकादशी पर तुलसी को श्रृंगारित करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है, आपसी प्रेम बढ़ता है और विवाह संबंधी बाधाएं दूर होती हैं.

तुलसी का पौधा सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. एकादशी पर तुलसी की विशेष पूजा और श्रृंगार करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का वास होता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है.

एकादशी पर तुलसी पूजा करने से जाने-अनजाने में किए गए पापों का नाश होता है. यह आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक मानी जाती है. 16 श्रृंगार इस पूजा को और भी अधिक प्रभावी बनाता है.

ऐसी मान्यता है कि तुलसी माता से की गई प्रार्थना सीधे भगवान विष्णु तक पहुंचती है और भगवान विष्णु तुलसी की बात कभी नहीं टालते. इसलिए एकादशी पर तुलसी को श्रृंगारित करके पूजा करने से मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं, तुलसी का पौधा स्वयं में बहुत पवित्र माना जाता है. इसे श्रृंगारित करने से पूजा का वातावरण और भी सात्विक और पवित्र हो जाता है. यह भक्तों के मन में शुद्धता और भक्ति की भावना को बढ़ाता है.

