Phulera Dooj 2023 : फुलेरा दूज पर इन 6 खास फूलों से करें पूजा, श्रीकृष्ण की बरसेगी कृपा

आज है फुलेरा दूज। इस दिन राधा-कृष्ण फूलों की होली खेलते है। कहते हैं कि फुलेरा दूज पर श्रीकृष्ण को उनके प्रिय फूल अर्पित करने पर विशेष मनोकामना पूरी होती है। आज हम आपको बताएंगे उन 6 खास फूलों के बारे में जिनसे आज के दिन पूजा करने से श्रीकृष्ण की आप पर कृपा बरसने लगेंगी।
कृष्णकमल - श्रीकृष्ण का सबसे प्रिय फूल है कृष्णकमल, इस फूल के ऊपर तीन कलियां होती है जिसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश का प्रतीक माना गया है। ये बेहद दुर्लभ और चमत्कारी फूल है। मान्यता है कि फुलेरा दूज पर कृष्ण की पूजा कृष्णकमल से करने पर साधक हर क्षेत्र में तरक्की करता है।
कुमुदिनी - फुलेरा दूज पर राधा-कृष्ण की 5 कुमुदिनी के फूल से पूजा करने पर पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति रहती है।
वैजयंती - वैजयंती फूलों को बहुत सौभाग्यशाली माना गया है। श्रीकृष्ण हमेशा वैजयंती फूलों के बीजों से बनी माला धारण करते हैं। मान्यता है कि फुलेरा दूज पर श्रीकृष्ण को वैजयंती के फूल चढ़ाने से आर्थिक लाभ मिलता है। धन की कभी कमी नहीं रहती. साथ ही ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं।
हरसिंगार (पारिजात) - धार्मिक मान्यता है कि शीघ्र विवाह के लिए एक पीले कपड़े में पारिजात के 7 फूलों के साथ हल्दी की गांठ बांधें और फिर इसे कान्हा के चरणों में अर्पित कर दें। कहते हैं इससे विवाह में आ रही रुकावट दूर होती है। सुयोग्य जीवनसाथी मिलता है।
रजनीगंधा - रजनीगंधा का फूल कान्हा को अति प्रिय है। मान्यता है कि फुलेरा दूज के दिन घर के पूर्व या उत्तर दिशा में लगाने से बरकत आती है। साथ ही इसे कान्हा का अर्पित करें। इससे पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होते हैं।
वनमाला - वनमाला के फूल कान्हा को बहुत प्रिय है। फुलेरा दूज के दिन गुलाल के साथ कान्हा को वनमाला के फूल की माला पहनाएं। फिर राधा रानी को भी वनमाला के फूल चढ़ाएं। मान्यता है इससे प्रेम संबंधों में कभी कड़वाहट नहीं आती, कपल के बीच चल रहा तनाव दूर होता है।
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