Magh Purnima 2025: माघ पूर्णिमा के दिन इन दो चीजों को जल में मिलाकर करें स्नान, मिलेगा शाही स्नान जितना फल
हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत अधिक महत्व है। यह तिथि भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव को समर्पित है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। कई लोग इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा भी करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। अब ऐसे में इस दिन नहाने के पानी में दो चीजें ऐसी है। जिसे डालकर नहाने से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य विमल जैन से विस्तार से जानते हैं।

माघ पूर्णिमा के दिन नहाने के पानी में दूध डालकर करें स्नान
माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों का नाश होता है। यदि आप नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं, तो घर पर ही पानी में गंगाजल और दूध मिलाकर स्नान कर सकते हैं। दूध को चंद्रमा का कारक माना जाता है। माघ पूर्णिमा के दिन दूध डालकर नहाने से चंद्रमा मजबूत होता है, जिससे मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। आपको बता दें, दूध में शांत और शीतल गुण होते हैं। दूध डालकर नहाने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। माघ पूर्णिमा के दिन स्नान का सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त होता है। ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से पहले का समय होता है। इस समय स्नान करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

माघ पूर्णिमा के दिन नहाने के पानी में शहद डालकर करें स्नान
माघ पूर्णिमा के दिन स्नान के पानी में शहद मिलाकर नहाना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। धार्मिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। यदि आप गंगा नदी में स्नान करने नहीं जा सकते हैं, तो आप घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल और शहद मिलाकर स्नान कर सकते हैं।

