Ghar Ki Shuddhi Kaise Kare: बिना पंडित बुलाए या पैसा खर्च किए खुद कैसे करें घर की शुद्धि? जानें आसान तरीका
घर की शुद्धि केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है बल्कि यह घर से नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकाल कर सुख-समृद्धि और शांति लाने का एक तरीका है। अक्सर हमें लगता है कि घर के शुद्धिकरण के लिए भारी-भरकम खर्च या किसी विद्वान पंडित की ही आवश्यकता होती है, लेकिन हमारे शास्त्रों में ऐसे कई सरल उपाय बताए गए हैं जिन्हें हम स्वयं बिना किसी खर्च के कर सकते हैं। जब हम खुद पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अपने घर की शुद्धि करते हैं तो उस स्थान की सकारात्मकता कई गुना बढ़ जाती है। आइये जानते हैं इस बारे में -
गंगाजल या पवित्र जल का छिड़काव
शुद्धिकरण का सबसे सरल और शक्तिशाली तरीका है पवित्र जल का छिड़काव। यदि आपके पास गंगाजल है, तो उसमें थोड़ा सा साफ जल मिला लें। अब एक तांबे के पात्र या लोटे में यह जल लें और आम के पत्तों या फूलों की मदद से घर के हर कोने में इसे छिड़कें।
जल छिड़कते समय 'ॐ नमः शिवाय' या 'गायत्री मंत्र' का जाप करते रहें। ध्यान रखें कि घर के प्रवेश द्वार और कमरों के कोनों पर विशेष ध्यान दें क्योंकि वहीं नकारात्मकता अधिक जमा होती है।

धूप, लोबान और प्राकृतिक सुगंध
घर के वातावरण को शुद्ध करने के लिए अग्नि और वायु तत्व का उपयोग करें। शाम के समय घर में कपूर जलाएं। कपूर की खुशबू से वातावरण के सूक्ष्म बैक्टीरिया नष्ट होते हैं और सकारात्मकता आती है। आप नीम के सूखे पत्तों या लोबान की धुनी भी दे सकते हैं।
अगर ये उपलब्ध न हों तो साधारण अगरबत्ती या दीया जलाकर उसे पूरे घर में घुमाएं। इसके साथ ही, सुबह और शाम के समय कुछ देर के लिए घर की खिड़कियां जरूर खोलें ताकि ताजी हवा और सूरज की रोशनी अंदर आ सके।

मंत्रों और शंख की ध्वनि का प्रभाव
ध्वनि तरंगों का हमारे मन और वातावरण पर गहरा असर पड़ता है। घर की शुद्धि के लिए किसी विशेष पूजा की जरूरत नहीं, आप बस सुबह के समय मोबाइल या म्यूजिक सिस्टम पर 'हनुमान चालीसा', 'मंत्र' या 'भजन' बजा सकते हैं।
अगर आपके पास शंख है तो उसे तीन बार बजाना घर की नकारात्मक ऊर्जा को जड़ से खत्म कर देता है। मंत्रों के उच्चारण से घर की दीवारें सकारात्मक ऊर्जा से भर जाती हैं जिससे घर में रहने वालों का स्वास्थ्य और मन प्रसन्न रहता है।

