Dev Deepawali Kab Hai 2024: इस साल कब मनाई जाएगी देव दीपावली, जानें दीप जलाने का शुभ मुहूर्त और महत्व

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सनातन धर्म में देव दीपावली का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। देव दीपावली दिवाली के 15 दिन बाद आती है। प्रदोष काल में देव दीपावली मनाने की परंपरा है। इस दिन वाराणसी में गंगा घाट दीयों की रोशनी से जगमगा उठते हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि देव दीपावली के दिन सभी देवतागण पृथ्वी पर दिवाली मनाने आते हैं। ऐसा लगता है, मानो भगवान शिव साक्षात काशी में दिवाली मना रहे हों। अब ऐसे में इस साल देव दीपावली कब मनाया जाएगा। दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त क्या है और देव दीपावली का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

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देव दीपावली कब मनाई जाएगी?

हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 15 नवंबर को सुबह 6 बजकर 19 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन 16 नवंबर को रात्रि 2 बजकर 58 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर इस साल देव दीपावली 15 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी।

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देव दीपावली के दिन दीप जलाने की शुभ मुहूर्त क्या है?

इस साल देव दीपावली पर दीप जलाने का शुभ मुहू्र्त 15 नवंबर को शाम 05 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 47 मिनट तक है। इस दिन दीपक जलाने के लिए कुल 02 घंटे 39 मिनट का शुभ समय मिलेगा।

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देव दीपावली का महत्व क्या है?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देव दीपावली के दिन सभी देवतागण धरती पर दिवाली मनाने के लिए आते हैं। इसलिए इसे देव दीपवाली के नाम से जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि हर साल देव दीपावली के दिन भगवान शिव की नगरी काशी में देवतागण गंगा किनारे दीए जलाने के लिए आते हैं।

इस दिन देवताओं का स्वागत करने के लिए गंगा घाट पर दीपक जलाई जाती है। साथ ही पूरे घर में दीये जलाए जाते हैं। देव दीपावली के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन दान-पुण्य करने की भी मान्यता है। देव दीपावली का त्योहार दीपों की रोशनी अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। इस दिन लोग गंगा स्नान करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। यह दिन मोक्ष प्राप्ति का भी माना जाता है।
 

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