चातुर्मास 2025: 4 महीने शिव के हाथ में होती है सृष्टि की बागडोर, भोले भंडारी प्रसन्न होने पर भर देते हैं भक्तों के भंडार

चातुर्मास की शुरुआत भी सावन से ही होती है और सावन शिव का प्रिय महीना है. इस माह में शिव ने हलाहल विष को पिया था. आप भी अपने दोषों को दूर करने के लिए इन चार माह में शिव की भक्ति और आराधना कर सकते हैं.जैसा कि नाम से ही विदित है भोलेनाथ यानी की ऐसे भगवान जो भोले हैं, जो अपने भक्तों पर शीध्र प्रसन्न हो जाते हैं. तो इन चार महीनों में आपके पास मौका है कि आप भगवान शिव को प्रसन्न करके उनसे अपने मनचाहे वरदान की प्राप्ति कर सकते हैं.शिव को प्रसन्न करना भी बहुत सरल है. माना जाता है की वो भक्तों की पूजा से जल्द ही पसीज जाते हैं. अब ऐसे में यह जानना जरूरी है कि भगवान शिव को क्या पसंद है, क्या है उनकी प्रिय वस्तुएं जिनको अर्पित करके आप मनचाहा वरदान प्राप्त कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं.
जल– शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत होता है. आचरण स्नेही होता है.
दुग्ध/दूध– शिवलिंग को दूध चढ़ाने से हमें उत्तम स्वास्थ्य का वरदान मिलता है.
दही– भगवान शंकर को दही से स्नान कराने से स्वभाव में गंभीरता आती है
शक्कर– शक्कर चढ़ाने से सुख और समृद्धि बढ़ती है
शहद– भगवान को शहद अर्पण करने से हमारी वाणी में मधुरता आती है.
घी/घृत– शिवलिंग पर घी अर्पित करने से शक्ति में वृद्धि होती है.
इत्र– शिव को इत्र अर्पित करने से विचारों में शुद्धि आती है
चंदन– शिवजी को चंदन लगाने से मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है.
भांग– महादेव को भांग अति प्रिय है….भांग चढ़ाने से विकार और बुराईयों का अंत होता है.
केसर– भोलेनाथ को केसर अर्पित करने से सौम्यता मिलती है.