Basant Panchami 2025: सरस्वती पूजा के दिन किताब में रखें ये एक चीज, परीक्षा में हो सकते हैं सफल
सरस्वती पूजा या बसंत पंचमी, माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मनाई जाती है। इस साल यह पर्व 3 फरवरी, दिन सोमवार को पड़ रहा है। वहीं, इस दिन शाही या अमृत स्नान का भी योग बन रहा है। ऐसे में इस पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है। जहां एक ओर बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान बढ़ता है और जीवन में सफलता का मार्ग खुलता है तो वहीं, इस दिन मां सरस्वती का ध्यान करते हुए अगर किताब में एक वस्तु राखी जाए तो उससे करियर की सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं और कई लाभ भी मिल सकते हैं। आइये जानते हैं -
सरस्वती पूजा पर तरक्की के लिए किताब में क्या रखें?

सरस्वती पूजा के दिन मोरपंख को किताब में रखने से यह माना जाता है कि यह ज्ञान और बुद्धि के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। इससे अध्ययन में मन लगाने में मदद मिलती है और विद्यार्थी का ध्यान और समझ बेहतर होती है।
सरस्वती पूजा के दिन मोरपंख को किताब में रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है और वातावरण को शुद्ध करता है जिससे मन विचलित न हो और एकाग्रता बढ़े।ऐसा कहा जाता है कि ज्ञान बिना लक्ष्मी कहां, ऐसे में सरस्वती पूजा या बसंत पंचमी के दिन अगर किताब में मोरपंख रहा जाए तो इससे मां लक्ष्मी की कृपा होती है। ज्ञान से धन प्राप्ति के मार्ग खुलते है और घर की आर्थिक स्थिति सुधरती है।

मोरपंख का एक और लाभ यह है कि यह मानसिक शांति प्रदान करता है। ऐसे में सरस्वती पूजा के दिन मोरपंख को किताब में रखने से कैसा भी तनाव हो वह दूर हो जाता है और मानसिक बल एवं शक्ति व्यक्ति को प्राप्त होते हैं।बता दें कि सरस्वती पूजा के दिन मोरपंख को किताब में सिर्फ छात्र ही नहीं रख सकते बल्कि नौकरी पेशा लोग या व्यापार करने वाले लोग या फिर अच्छे करियर की इच्छा रखने वाले लोग किसी भी किताब में मोरपंख रख सकते हैं।हां, इस नियम का ध्यान रखना है कि फिर उस किताब को आपको अपने साथ रखना है। ऐसा न करें कि किताब में मोरपंख रख लें और फिर उस किताब को कहीं भी पड़ा छोड़ दें। धार्मिक पुस्तक में भी आप मोरपंख रख सकते हैं।

