अमेजन-फ्लिपकार्ट के खिलाफ सीसीआई की रिपोर्ट को लेकर देशव्यापी अभियान शुरू करेंगे व्यापारी
नई दिल्ली, 29 सितंबर (हि.स.)। देशभर के व्यापारी कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के नेतृत्व में नेतृत्व में अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग को लेकर एक बड़ा देशव्यापी अभियान शुरू करने जा रहे हैं। कारोबारी संगठन कैट ने रविवार को नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 के समापन के अवसर पर इसकी घोषणा की।
देशभर के 350 से ज्यादा कारोबारी नेताओं ने सर्वसम्मति से पास एक प्रस्ताव में कहा कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ जारी रिपोर्ट में उनके खिलाफ कई अनैतिक प्रथाओं को उजागर किया गया है, जिनका छोटे और मध्यम व्यापारियों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। कारोबारी नेताओं ने कहा कि सीसीआई के जारी रिपोर्ट के मद्देनजर इन कंपनियों के खिलाफ तुरंत कारवाई करने की मांग के लिए देशव्यापी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि कारोबाररियों का इस देशव्यापी अभियान का उद्देश्य सीसीआई पर दबाव बनाना है कि वह अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की प्रक्रिया शुरू करे, जिन्होंने भारतीय कानूनों का उल्लंघन कर छोटे व्यवसायों के हितों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि देशभर के व्यापारी नेता एकजुट होकर सीसीआई से तुरंत और सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे, जिसमें कानून की संबंधित धाराओं के तहत अभियोजन शामिल होगा।
राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 को संबोधित करते हुए खंडेलवाल ने कहा कि हम सभी सीसीआई से आग्रह करते हैं कि वह उचित कार्रवाई करें और न्याय की दिशा में आगे बढ़ते हुए अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ तुरंत अभियोजन शुरू करें। साथ ही हमारा आग्रह है कि निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित हो। कैट महामंत्री ने कहा कि कारोबारियों ने यह निणर्य भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के हाल में जारी रिपोर्ट के मद्देनजर उठाया है, जिसमें अमेजन और फ्लिपकार्ट की गंभीर प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं को उजागर किया गया है।
राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और कैट के सलाहकार स्मृति ईरानी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में छोटे व्यापारियों की अहम भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि छोटे व्यापारी फिलहाल भारतीय खुदरा बाजार का 90 फीसदी हिस्सा हैं, जो देश के निर्यात में 45 फीसदी का योगदान करते हैं। उन्होंने कहा कि 2023 में उनका व्यापारिक कारोबार 480 बिलियन डॉलर रहा था, जिसका 2025 तक करीब 1.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि हमें निर्यात को बढ़ावा देने और व्यापारियों के लिए कारोबार करने में आसानी को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ऑर्डर्स में से 71 फीसदी छोटे व्यापारियों द्वारा पूरा किए जाते हैं, ये ऑर्डर विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से पूरा होता है। हमें यह आकलन करने के प्रयास करने होंगे कि क्या ये व्यापारी ई-कॉमर्स की ओर बदलाव से लाभान्वित हो रहे हैं और उनकी क्षमता को पहचानने के महत्व को समझते हुए उन्हें आवश्यक समर्थन प्रदान करना होगा।
कैट के राष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन 2024 में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
-देशभर में व्यापारियों के उन्नयन के लिए बड़े अभियान की शुरुआत करना। साथ ही कैट ने व्यापारियों और छोटे व्यवसाय मालिकों के उन्नयन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इस अभियान का उद्देश्य व्यापारियों को डिजिटल कौशल, आधुनिक उपकरणों और संसाधनों तक पहुंच प्रदान कर उन्हें बदलते व्यापारिक परिदृश्य में प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाना है।
-कैट का यह पहल छोटे व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं को ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, वित्तीय साक्षरता और सोशल मीडिया का उपयोग करके व्यापार को बढ़ाने का प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भारतीय व्यापारी नई तकनीकों और प्लेटफार्मों का लाभ उठाकर अपने व्यवसायों को प्रतिस्पर्धात्मक और भविष्य के लिए तैयार बना सकें।
-भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होने के नाते, व्यापारियों को डिजिटल क्रांति में सबसे आगे रहना चाहिए। कैट इस अभियान के लिए सरकार से सक्रिय समर्थन प्राप्त करने का प्रयास करेगा ताकि देश में व्यापारियों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि सीसीआई की हालिया रिपोर्ट में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट की गंभीर प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं को उजागर किया गया है। इनमें भारी छूट, चुनिंदा विक्रेताओं को वरीयता देना और प्रतिस्पर्धा के मानदंडों का उल्लंघन शामिल है।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर
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