टाटा मोटर्स दो हिस्सों में बंटेगी, कंपनी के बोर्ड ने डीमर्जर को दी मंजूरी
नई दिल्ली, 04 मार्च (हि.स.)। वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स लिमिटेड (टीएमएल) अपने कारोबार को दो हिस्सों में बांटने वाली है। टाटा मोटर्स बोर्ड ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके तहत कंपनी कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल्स के अपने कारोबार को दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बांटेगी। सभी शेयरहोल्डर्स को दोनों कंपनियों के शेयर मिलेंगे।
टाटा मोटर्स ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि कंपनी अपने कारोबार को दो हिस्सों में बांटेगी। कंपनी के मुताबिक टाटा मोटर्स के बोर्ड ने कंपनी के बिजनेस ऑपरेशंस को दो यूनिट में बांटने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही टाटा मोटर्स के पैसेंजर और कमर्शियल व्हीकल्स के अपने कारोबार को अलग करने का रास्ता साफ हो गया है। यह दोनों कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट होंगी।
कंपनी के मुताबिक उसके वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय और उससे संबंधित निवेश एक इकाई में रखा जाएगा। दूसरी इकाई में पैसेंजर वाहन (पीवी), ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन) और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) सहित यात्री वाहन के व्यवसाय और इससे संबंधित निवेश रहेंगे। टाटा मोटर्स ने कहा है कि डिमर्जर को एनसीएलटी व्यवस्था योजना के माध्यम से लागू किया जाएगा। एनसीएलटी योजना को टाटा मोटर्स बोर्ड, शेयर होल्डर्स, लेनदारों और नियामकों से मंजूरी की आवश्यकता है, जो सभी 12-15 महीनों में पूरा किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि टाटा मोटर्स भारत में व्यावसायिक वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी का पुराना नाम टेल्को था। ये टाटा समूह की प्रमुख कंपनियों में से एक है। इसकी उत्पादन इकाइयां भारत में जमशेदपुर, पुणे और लखनऊ सहित अन्य कई देशों में हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/दधिबल
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