कैट का अनुमान- करवा चौथ पर देशभर में होगा 15 हजार करोड़ रुपये का व्यापार

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कैट का अनुमान- करवा चौथ पर देशभर में होगा 15 हजार करोड़ रुपये का व्यापार


कैट का अनुमान- करवा चौथ पर देशभर में होगा 15 हजार करोड़ रुपये का व्यापार


- कैट को राजधानी दिल्ली में डेढ़ हजार करोड़ रुपये के व्यापार की उम्मीद

नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (हि.स.)। करवाचौथ पर खरीदारी को लेकर राजधानी दिल्ली सहित देशभर के बाजारों में रौनक बढ़ने लगी है। कारोबारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि देशभर में इस बार करवाचौथ पर 15 हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा का व्यापार होगा। कैट को राजधानी दिल्ली में ही करीब डेढ़ हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने की उम्मीद है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि एक नवम्बर को करवाचौथ का त्योहार है। भारत में यह त्योहार सौभाग्य का प्रतीक है। सुहागिन महिलाएं करवाचौथ के दिन व्रत रख अपने पति की दीर्घायु होने की कामना करती हैं। रात्रि में चंद्रमा के दर्शन एवं पूजाकर अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन में महिलाएं करवा देवी की पूजा करती हैं। करवा माता की कथा कहकर अपने पति की लंबी उम्र और परिवार को सुखी रहने की दुआ करती हैं।

खंडेलवाल ने कहा कि यूं तो करवाचौथ महिलाओं का त्यौहार है, लेकिन अब पत्नी का साथ देने के लिए पुरुष भी करवाचौथ का व्रत रखने लग गए हैं। पिछले कई दिनों से करवा चौथ के पवित्र त्योहार को लेकर दिल्ली एवं देश के बाजारों में महिलाओं की गहमागामी काफी बढ़ी है। खंडेलवाल ने बताया कि करवाचौथ के अवसर पर ज्वैलरी से लेकर कपड़े, मेकअप सामग्री, साड़ियां, पूजा कैलेंडर एवं पूजा सामग्री जिसमें पूजा हेतु करवा, छलनी, दीया, फूलबत्ती व पूजा से जुड़ी अन्य सामग्री की खरीदारी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि करावा चौथ पर अधिकांश महिलाएं कथा की किताब और दीपों की खरीदारी करती हैं। इसके अलावा श्रृंगार की वस्तुओं में कांच की लाल चूड़ियां, बिछिया, पायल, लाकेट एवं चूड़ा सहित विभिन्न प्रकार की करवे की थाली खरीदे जाते हैं। इस बार चांदी से बने करवे भी बाज़ार में उपलब्ध हैं, जिनकी मांग अधिक होने की उम्मीद है। खंडेलवाल के मुताबिक करवा चौथ की पूजा में शुद्ध घी, गंगाजल, चावल, मिठाई, लाल महावर (रंग), कंघी, बिंदी, चूड़ियां, मेहंदी चुनरी शिव-पार्वती और भगवान गणेश की एक फोटो, व्रत कथा की किताब, दीपक गौरी बनाने मिट्टी या गाय का गोबर, गेंहू, पानी का लोटा, कच्चा दूध कुमकुम अगरबत्ती फल-फूल आदि की बिक्री बढ़ जाती है।

खंडेलवाल ने यह भी बताया कि करवा चौथ के पर्व पर मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए देशभर में मेहंदी का बड़ा कारोबार होता है। बाजारों, मंदिरों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मेहंदी लगाने वाले बैठ जाते हैं, उनसे मेहंदी लगवाने वाली महिलाओं की लाइन लगी रहती है। दिल्ली में कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर एक ऐसी जगह है जहां हजारों महिलाएं हाथों में मेहंदी लगवाती है। अब तो ब्यूटी पार्लरों में भी करवा चौथ के अवसर पर मेहंदी लगाने के विशेष प्रबंध किए जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश/सुनीत

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