सनड्रेक्स ऑयल से निवेशक हुए निराश, लिस्टिंग के बाद शेयरों पर लोअर सर्किट
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (हि.स.)। इंडस्ट्रियल और ऑटोमोटिव लुब्रिकेंट्स बनाने वाली कंपनी सनड्रेक्स ऑयल कंपनी के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में जबरदस्त गिरावट के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को जोरदार नुकसान पहुंच दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 86 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के इमर्ज प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग 20 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 68.80 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण थोड़ी ही देर में कंपनी के शेयर लुढ़क कर 65.40 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर पहुंच गए। इस तरह पहले दिन ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 20.60 पैसे यानी 23.95 प्रतिशत का नुकसान हो गया।
सनड्रेक्स ऑयल कंपनी का 32.25 करोड़ रुपये का आईपीओ 22 से 24 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.53 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन फुली सब्सक्राइब हुआ था। नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.01 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 1.90 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 37,50,400 नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी पुराने कर्ज के बोझ को कम करने, अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 40 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 2.57 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 5.44 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें, 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान कंपनी को 1.94 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका है।
इस दौरान कंपनी की आय 41 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 69.12 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई। मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान कंपनी को 19.18 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है। इस दौरान कंपनी पर कर्ज का बोझ भी बढ़ता गया। 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के अंत में कंपनी पर 17.13 करोड़ रुपये का कर्ज था।
इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस की बात करें, तो वित्त वर्ष 2022-23 के आखिरी में ये 41 लाख रुपये के स्तर पर था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिरी में बढ़ कर 2.97 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी में उछल कर 5.63 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के अंत में कंपनी का रिजर्व और सरप्लस 7.57 करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

