स्नैपडील के खिलाफ एमसीए ने शुरू की जांच, कंपनीज ऐक्ट और रेगुलेटरी ऑर्डर्स के उल्लंघन का आरोप
नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.)। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स (एमसीए) ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) की एक रिपोर्ट के आधार पर दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि ये जांच कंपनीज एक्ट से जुड़े नियमों का पालन नहीं करने और विदेशी निवेश से संबंधित रेगुलेटरी ऑर्डर्स का उल्लंघन करने की वजह से की जा रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने अपनी फाइंडिंग्स के आधार पर मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स में अपनी एक जांच रिपोर्ट दाखिल की थी। इसके बाद मंत्रालय की ओर से इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। इस जांच के दायरे में कंपनी में अभी तक हुए निवेश, विशेष रूप से चीन से किए गए निवेश की गहराई से छानबीन की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि ऐसवेक्टर ग्रुप की ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील में 2010 से ही चीनी की कंपनियां का निवेश रहा है। साल 2021 तक चीन की कंपनी अलीबाबा के पास इस कंपनी की तीन प्रतिशत हिस्सेदारी थी। हालांकि स्नैपडील की पैरेंट कंपनी ऐसवेक्टर ग्रुप की ओर से दावा किया गया है कि फिलहाल ग्रुप की किसी कंपनी में चीन की कंपनियों का कोई निवेश नहीं है।
मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स द्वारा मौजूदा समय में चीन की कंपनियों से निवेश हासिल करने वाली 700 से अधिक भारतीय कंपनियों की जांच की जा रही है। इसके तहत कंपनियों के कारोबार, उनके ऑथोराइज्ड शेयर कैपिटल और वर्किंग रिजल्ट्स की जांच की जा रही है। इसके साथ ही इन सभी कंपनियों से उनके शेयर होल्डर्स की मीटिंग की डिटेल, इनकम टैक्स रिटर्न और असेसमेंट ऑर्डर के रिकॉर्ड भी मांगे गए हैं। माना जा रहा है कि जिन कंपनियों की ओर से इस जांच में निर्धारित अवधि के अंदर सहयोग नहीं किया जाएगा, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक / पवन कुमार
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