स्टॉक मार्केट में एचआरएस एलुग्लेज की एंट्री, पहले ही दिन लगा अपर सर्किट
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)। खिड़की, दरवाजे, कर्टन वॉल की डिजायनिंग, मैन्युफैक्चरिंग और इंस्टॉलेशन का काम करने वाली कंपनी एचआरएस एलुग्लेज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 96 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज बीएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग करीब 31.25 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 126 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से ये शेयर उछल कर 132.30 रुपये अपर सर्किट लेवल तक पहुंच गया और इसी स्तर पर बंद हुआ। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 37.81 प्रतिशत का मुनाफा हो गया।
एचआरएस एलुग्लेज का 50.92 करोड़ रुपये का आईपीओ 11 से 15 दिसंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से शानदार रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 44.83 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 19.48 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 82.13 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 46.54 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 53.04 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अहमदाबाद के राजोडा में एसेंबली और ग्लेजिंग लाइन का सेटअप करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 87 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 1.79 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 5.15 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 36 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 42.14 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 की बात करें तो पहली छमाही यानी अप्रैल से सितंबर 2025 की अवधि में कंपनी को 4.54 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हो चुका है। इसी तरह इस अवधि में कंपनी को 26.35 करोड़ का राजस्व मिल चुका है। सितंबर के आखिरी में कंपनी पर 41.04 करोड़ का कुल कर्ज था, जबकि रिजर्व और सरप्लस खाते में कंपनी के पास 10.66 करोड़ पड़े थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक

