भारतीय कंपनियों को वैश्विक ही नहीं, आपसी सहयोग की भी जरूरत: गोयल

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भारतीय कंपनियों को वैश्विक ही नहीं, आपसी सहयोग की भी जरूरत: गोयल


नई दिल्‍ली, 30 अगस्‍त (हि.स)। केंद्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को घरेलू कंपनियों से एक-दूसरे का समर्थन करने और समान खरीदने का आह्वान किया। इससे उन्हें दीर्घावधि में लाभ होगा तथा वैश्विक महामारी जैसी किसी भी बाधा से सुरक्षा मिलेगी। वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

वाणिज्‍य मंत्री ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राउंडटेबल 'विकसित भारत-भारत विनिर्माण नेतृत्व मंच' को ऑनलाइन संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने भारतीय उद्योग जगत को देश में हाल ही में स्वीकृत 12 औद्योगिक शहरों (टाउनशिप) में कारोबारी अवसर तलाशने का सुझाव भी दिया, क्योंकि इससे विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।

गोयल ने उद्योग जगत के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें भारत को एक ब्रांड बनाने की जरूरत है। हमें एक-दूसरे का समर्थन करने की आवश्‍यकता है। उद्योग जगत को न केवल अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ, बल्कि एक-दूसरे के साथ भी भागीदार बनने की जरूरत है। आप सभी को एक-दूसरे का समर्थन करने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) तेज गति से बढ़ रहा है लेकिन विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि एक स्तर पर ही बनी हुई है।

गोयल ने कहा कि जीडीपी में इस क्षेत्र का योगदान करीब 15-16 फीसदी है। यह प्रवृत्ति पिछले 20 साल से बनी हुई है, जिसका अर्थ है कि सकल घरेलू उत्पाद तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन विनिर्माण उसी स्तर पर बरकरार है। उन्होंने कहा कि एक और अच्छी बात है कि यह स्तर कायम है लेकिन दूसरी ओर 1.4 अरब की आबादी वाले देश में जहां युवा पुरुष तथा महिलाएं प्रतिभा और कौशल के साथ कॉलेज से निकल रहे हैं, ऐसे में लगता है कि भारत और बेहतर कर सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

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