भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि से स्टार्टअप इकाइयों की 'घर' वापसी हुई तेज
नई दिल्ली, 07 जून (हि.स.)। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा है कि भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि के चलते पूंजी तक पहुंच और कर लाभ के लिए विदेश जाने वाले स्टार्टअप अब ‘घर’ लौट रहे हैं। बर्थवाल ने बताया कि भारत की विकास दर अन्य उभरती हुई बाज़ार अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में लगभग दोगुनी है।
सिंगापुर में भारत-प्रशांत आर्थिक ढांचे (आईपीईएफ) स्वच्छ अर्थव्यवस्था निवेशक फोरम के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ ही कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियां और डेटा सेंटर भविष्य में भारत की वृद्धि की कुंजी हैं।
बर्थवाल ने बताया कि कैसे यह मजबूत वृद्धि 'रिवर्स फ़्लिपिंग' की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा दे रही है, जहां भारतीय स्टार्टअप जो कभी पूंजी तक पहुंच और कर लाभों के लिए विदेश चले गए थे, अब स्वदेश लौट रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर ज़ोर दिया कि कैसे डिजिटल अर्थव्यवस्था के साथ-साथ एआई जैसी उभरती हुई तकनीकें और डेटा सेंटर का उदय भविष्य के भारतीय विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बैठक में वैश्विक निवेशकों और वित्तीय संस्थानों से 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जबकि वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 15 से ज्यादा भारतीय फर्मों ने व्यक्तिगत तौर पर भाग लिया। इनमें अमेरिका, सिंगापुर, जापान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों के वैश्विक निवेशकों साथ ही भारत के निजी क्षेत्र और सरकारी अधिकारी शामिल थे।
कार्यक्रम में टेमासेक, ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स, गारंटको, प्राइवेट इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ग्रुप (पीआईडीजी), गोल्डमैन सैक्स, आई स्क्वैयर्ड कैपिटल, मिजुहो बैंक लिमिटेड, एडवांटेज पार्टनर्स, नोमुरा, डीबीएस बैंक और सिटी बैंक जैसे निवेशक और वित्तीय संस्थान शामिल हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश/सुनीत
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