सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने साझा की देश के ऊर्जा क्षेत्र में हुए विकास की उपलब्धियां
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (हि.स)। दिल्ली के चांदनी चौक सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने सोमवार को देश के ऊर्जा क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने यहां आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज ऊर्जा उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा, ट्रांसमिशन नेटवर्क, कोयला, तेल-गैस और परमाणु ऊर्जा हर क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।
खंडेलवाल ने बताया कि देश की कुल स्थापित बिजली क्षमता 505 गीगावाट तक पहुंच चुकी है, जिसमें गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों की हिस्सेदारी लगभग 50 फीसदी हो गई है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के विज़न की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में कुल बिजली उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें नवीकरणीय एवं गैर-जीवाश्म स्रोतों से उत्पादन की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही। सौर ऊर्जा क्षमता 2014 के 2.82 गीगावाट से बढ़कर लगभग 130 गीगावाट के करीब पहुंच चुकी है, जो 40 गुना से अधिक वृद्धि को दर्शाती है। पवन, जलविद्युत और जैव-ऊर्जा क्षेत्रों में भी निरंतर विस्तार हुआ है।
खंडेलवाल ने बताया कि ट्रांसमिशन सेक्टर में भी रिकॉर्ड प्रगति हुई है, जहां एक ही वर्ष में हजारों सर्किट किलोमीटर नई लाइनों और बड़ी ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता को जोड़ा गया। इससे देश के दूर-दराज़ क्षेत्रों तक निर्बाध बिजली आपूर्ति संभव हो पाई है। परमाणु ऊर्जा पर बोलते हुए खंडेलवाल ने कहा कि भारत की परमाणु क्षमता में निरंतर वृद्धि हो रही है और आने वाले वर्षों में स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) तथा स्वदेशी तकनीक से बने नए रिएक्टर देश की ऊर्जा सुरक्षा को और मज़बूत करेंगे।
उन्होंने बताया कि कोयला क्षेत्र में भी उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ आयात में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे विदेशी मुद्रा की बचत हुई है। साथ ही कोयला गैसीफिकेशन और स्वच्छ कोयला तकनीक को बढ़ावा देकर पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। खंडेलवाल ने कहा कि तेल एवं गैस क्षेत्र में पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार, सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन, पीएम उज्ज्वला योजना और एथेनॉल ब्लेंडिंग कार्यक्रम ने देश की ऊर्जा पहुंच और ईंधन सुरक्षा को नई मजबूती दी है।
उन्होंने कहा कि इथेनॉल मिश्रण लक्ष्य को समय से पहले हासिल करना इस दिशा में एक बड़ी सफलता है। प्रवीन खंडेलवाल ने अंत में कहा, “भारत का ऊर्जा क्षेत्र आज सिर्फ़ देश की जरूरतें ही पूरी नहीं कर रहा, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत को एक मज़बूत, स्वच्छ और भरोसेमंद ऊर्जा शक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है। यह प्रगति आने वाले वर्षों में उद्योग, व्यापार और आम नागरिक—सभी के लिए विकास के नए द्वार खोलेगी।”
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

