पावर मिनिस्ट्री पैनल ने देश में ग्रिड की रियल टाइम मॉनिटरिंग का दिया सुझाव
- सरकार ने स्मार्ट ऊर्जा पारेषण प्रणाली पर विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट स्वीकारी
नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। देश में जल्द ही एक आधुनिक और स्मार्ट पावर ट्रांसमिशन सिस्टम होगा, जिसमें रीयल-टाइम निगरानी और ग्रिड के स्वचालित संचालन जैसी तमाम विशेषताएं होंगी। केंद्र सरकार ने इसको लेकर गठित विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट को स्वीकार कर ली है, जो भारत में आधुनिक एवं स्मार्ट ऊर्जा पारेषण प्रणाली के मार्ग को प्रशस्त करेगी।
ऊर्जा मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि देश में जल्द ही आधुनिक एवं स्मार्ट ऊर्जा पारेषण प्रणाली होगी। स्मार्ट ऊर्जा पारेषण प्रणाली को लेकर गठित विशेषज्ञ समिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। समिति की रिपोर्ट में वास्तविक समय में निगरानी, ग्रिड का स्वचालित संचालन, स्थिति का बेहतर आकलन, ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय क्षमता की हिस्सेदारी बढ़ाने की क्षमता, साइबर हमलों और प्राकृतिक आपदा से निपटने के सुझाव दिए गए हैं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने पिछले हफ्ते एक बैठक में इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया था। सिंह ने बैठक में भरोसेमंद एवं किफायती ऊर्जा निरंतर प्रदान करने की सरकार की संकल्पना को साकार करने के लिए आधुनिक पारेषण ग्रिड पर जोर दिया था। सिंह ने कहा था कि साइबर हमलों तथा प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद पूरी तरह से स्वचालित, डिजिटल नियंत्रण वाली, त्वरित प्रतिक्रिया देने वाली ग्रिड समय की मांग है।
ऊर्जा मंत्रालय ने सितंबर, 2021 में आधुनिक एवं स्मार्ट ऊर्जा पारेषण प्रणाली को लेकर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था। इस समिति को पारेषण क्षेत्र के आधुनिकीकरण और इसे स्मार्ट एवं भविष्य के लिए तैयार करने की खातिर सुझाव देने के लिए कहा गया था। ये अनुशंसाएं उसी की रिपोर्ट का हिस्सा हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश/सुनीत
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