वित्त मंत्री ने 'विकसित भारत' के लिए शासन ढांचे को सरल बनाने पर जोर दिया
विजयनगर/नई दिल्ली, 21 दिसंबर (हि.स)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को भारत के वित्तपोषण ढांचे को मजबूत करने, शासन ढांचे को सरल बनाने और देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने में तेजी लाने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) का उपयोग करने की जरूरत पर जोर दिया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कर्नाटक के विजयनगर जिले में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के 'चिंतन शिविर' की अध्यक्षता के दौरान अपने संबोधन में यह बात कही। इस 'चिंतन शिविर' में दिनभर चली चर्चाओं में पॉलिसी सोच को विकसित भारत के विजन के साथ जोड़ने पर केंद्रित किया गया।
इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने फाइनेंशियल मार्केट को गहरा करने, बिज़नेस करने में आसानी को बेहतर बनाने और ह्यूमन निगरानी और जवाबदेही बनाए रखते हुए गवर्नेंस में उभरती हुई टेक्नोलॉजी को लागू करने के लिए सुधारों पर मंथन किया।
कर्नाटक के विजयनगर जिले के हम्पी में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर की अध्यक्षता केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा के साथ की।
इस बैठक में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के सभी सचिव, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीडीटी) चेयरमैन, और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी मौजूद थे। इसके साथ ही वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर

