लोकसभा चुनाव के बाद ब्रिटेन-भारत के बीच एफटीए पर समझौता संभव
नई दिल्ली, 16 मार्च (हि.स.)। ब्रिटेन और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को लेकर चल रही 14वें दौर की वार्ता बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई। इस दौर की बातचीत में कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। हालांकि, इस बीच ब्रिटेन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत में होने वाले आगामी चुनाव के बाद एफटीए पर समझौता संभव हो सकेगा।
मुक्त व्यापार समझौता पर दोनों देशों के बीच एक दिन पहले संपन्न 14वें दौर की वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से बातचीत की थी। वार्ता में दोनों नेता एक ‘ऐतिहासिक और व्यापक समझौते’ तक पहुंचने के महत्व पर सहमत हुए, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा। पिछले हफ्ते ही भारत ने यूरोपीय राष्ट्रों के समूह के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
दरअसल, भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत जनवरी, 2022 में शुरू हुई थी। दोनों देशों के बीच अबतक 14 दौर की बातचीत हो चुकी है। भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाले इस समझौते में 26 अध्याय हैं, जिसमें सामान, सेवाएं, निवेश, और बौद्धिक संपदा अधिकार मुख्य रूप से शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत-ब्रिटेन के बीच सालाना व्यापार अभी 38.1 अरब पाउंड के करीब है। वहीं, हाल में भारत ने यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किया, इनमें नॉर्वे, आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और लिकटेंस्टीन शामिल है। इस समझौते में शुल्कों को कम करने की प्रतिबद्धता जताई गई है, जिससे अगले 15 वर्षों में भारत को 100 अरब डॉलर का निवेश प्राप्त होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर/संजीव
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