नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप हरित भविष्य की ओर बढ़ रहा है इंडियन ऑयल : रिफाइनरी प्रमुख
बेगूसराय, 26 जनवरी (हि.स.)। 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंडियन ऑयल के देश के सभी लोकेशन के प्रमुखों ने एक साथ इंडियन ऑयल के अध्यक्ष के साथ ऑनलाइन जुड़कर झंडा फहराया और एक सुर में राष्ट्रगान गाते हुए देशभक्ति के रंग में रम गए। बरौनी रिफाइनरी में कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर के झा ने राष्ट्र ध्वज फहरा कर सलामी देने के बाद परेड का निरीक्षण किया।
समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह दिन हमें अपने देश में स्थापित गणतंत्र और संविधान के महत्व को समझाता है। आज हमारा देश असीम शक्तियों को समेट पूरे विश्व में तेजी के साथ विकास करते हुए नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस गौरवशाली देश के कर्तव्यनिष्ठ नागरिक होने के नाते अपने मौलिक अधिकारियों का सुख लेने के साथ-साथ देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
नेट-जीरो लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप इंडियन ऑयल ने 2023 को ''सुदृढ़ हो हरित संकल्प'' के रूप में घोषित किया है। यह लक्ष्य इंडियन ऑयल के हरित फोकस को प्रमाणित करता है। जिसके अनुरूप हम नए हरित अवसरों को तलाशने तथा देश और वैश्विक मंच पर सहयोग के नए आयाम खोजेंगे। हरित भविष्य की दिशा में कॉर्पोरेशन दृढ़ विश्वास के साथ तैयारी और निवेश कर रहा है। बरौनी रिफाइनरी भी अपने पर्यावरणीय संरक्षण उपायों के माध्यम से कॉर्पोरेट विजन के साथ प्रगति कर रही है।
भारत ने 2022 में अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने के लिए विशाल कदम उठाए, नवम्बर तक 9.6 गीगावाट जोड़ा और अब स्थापित क्षमता के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा देश है। 2070 तक नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करने के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप सरकार 2030 तक अक्षय ऊर्जा क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाने के अल्पकालिक लक्ष्य पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दिशा में कदम मिलाते हुए इंडियन ऑयल मौजूदा 240 मेगावाट को 2026 तक लगभग पांच गीगावाट और 2046 तक 12 गीगावाट से अपनी नवीकरणीय क्षमता को बढ़ाने के लिए तैयार है।
इंडियन ऑयल, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के साथ एक जेभी बनाया है। जिससे इंडियन ऑयल रिफाइनरियों की 650 मेगावाट बिजली की जरूरतों को अक्षय ऊर्जा से पूरा किया जा सके। इंडियन ऑयल हाइड्रोजन मोबिलिटी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।इंडियन ऑयल की दृष्टि के अनुरूप रिफाइनरीज डिवीजन के लिए नेट जीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समयबद्ध कार्य योजना, विभिन्न पहलों का निरंतर मूल्यांकन, अनुमोदित इनकॉन योजनाओं के कार्यान्वयन को चलाना, उत्सर्जन शमन के लिए शमन कार्यान्वयन की निरंतर निगरानी और नियमित अंतराल पर प्रबंधन को अवगत कराना और सुझाव देना शामिल है।
2022 में बरौनी रिफाइनरी में एशिया का पहला और दुनिया में तीसरा ग्रीन कूलिंग टावर स्थापित करने के परिणामस्वरूप करीब 1.3 करोड़ प्रति वर्ष आवर्ती बिजली लागत की बचत होगी। इंडजेट यूनिट की कमीशनिंग और इंडियन ऑयल के चेयरमैन द्वारा एटीएफ के पहले डिस्पैच को हरी झंडी दिखाना इस क्षेत्र में हर संभावित बाजार की जरूरतों को पूरा करने के हमारे निरंतर फोकस का एक उल्लेखनीय अध्याय है। इसके अलावा, रिकॉर्ड समय के भीतर डीजीएक्यूए और सीईएमआईएलएसी रक्षा ग्रेड एटीएफ के उत्पादन, भंडारण, निरीक्षण, परीक्षण और वितरण के लिए प्रमाणन प्राप्त करना सराहनीय था। गर्व है कि बिहार का हर विमान अब बरौनी रिफाइनरी से उत्पादित ईंधन भरेगा। यह हमें नेपाल में एटीएफ की मांग को पूरा करने में भी सक्षम बनाता है।
टीम बरौनी रिफाइनरी अविश्वसनीय रूप से बढ़ रही है, हम अपने धैर्य और लगन से निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लेंगे। बरौनी रिफाइनरी के क्षितिज को पूरी तरह से बदलने वाली बीआर-9 विस्तारीकरण परियोजना गतिशीलता से आगे बढ़ रही है। बीआर-09 विस्तार परियोजना ने दिसम्बर 2022 में 15 मिलियन एलटीए मुक्त मानव घंटे सफलतापूर्वक हासिल किया। बरौनी रिफाइनरी ने 22-23 का कैपेक्स लक्ष्य भी हासिल कर लिया, जो पूरी टीम के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। बीआर-9 विस्तार परियोजना बिहार राज्य के लिए सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इस परियोजना को आगे बढ़ाने एवं समय सीमा में धैर्य और लगन के साथ सुनिश्चित करना हमारी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
बरौनी रिफाइनरी बेगूसराय के साथ बिहार राज्य के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। 2021-22 में बरौनी रिफाइनरी 8465 करोड़ उत्पाद शुल्क के पेमेंट के साथ बिहार की उच्चतम करदाता रही। नेट जीरो 2046 के प्रति बरौनी रिफाइनरी पेड़ लगाकर ग्रीन बेल्ट को बढ़ाने के अभियान पर भी काम कर रही है, जो भारत को हरित भविष्य की ओर ले जाने के हमारे दृढ़ संकल्प को बल प्रदान करेगा। इसके साथ ही एक सौ केवी का वाटर फ्लोटिंग सोलर पीवी सिस्टम को भी स्थापित किया गया। स्वच्छ ईंधन की दिशा में डीईएफ संयंत्र 24 जनवरी 2023 को मार्केटिंग डिविजन को सौंपा गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र
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