पीएमजेडीवाई के तहत अब तक जारी किए गए 36.14 करोड़ रुपे डेबिट कार्ड
नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के दस साल पूरा हो गए हैं। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेश पहल है। पीएमजेडीवाई के तहत 14 अगस्त, 2024 तक 36.14 करोड़ रुपे डेबिट कार्ड जारी किए गए हैं, जबकि 2015 में यह संख्या 13.15 करोड़ थी। वित्तीय समावेशन के तहत रुपे डेबिड कार्ड धारक को 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा कवर भी प्रदान किया जाता है।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को देश में वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय मिशन प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के सफलतापूर्वक एक दशक पूरा होने पर रुपे पीएमजेडीवाई डेबिट कार्ड की विशेषताओं के बारे में विस्तारपूवर्क जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि रुपे पीएमजेडीवाई डेबिट कार्ड धारक को प्रति संपर्क रहित लेन-देन के लिए 5,000 रुपये तक की निकासी पर किसी पिन की जरूरत नहीं है। ये कार्ड उपयोगकर्ता को सभी एटीएम, पीओएस टर्मिनल और ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर लेन-देन करने की अनुमति देता है।
मंत्रालय के मुताबिक रुपे पीएमजेडीवाई डेबिट कार्ड धारक को प्रतिदिन संपर्क रहित तीन लेन-देन करने की अनुमति दी गई है। वहीं, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) 2 लाख रुपये के कवरेज के साथ आकस्मिक मृत्यु और स्थायी कुल विकलांगता बीमा भी प्रदान करता है।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय समावेशन पीएमजेडीवाई के तहत सरकार ने 14 अगस्त 2024 तक 36.14 करोड़ रुपे डेबिट कार्ड जारी किए हैं, जबकि 2015 में यह संख्या 13.15 करोड़ थी। रुपे प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) कार्ड उन लोगों को जारी किया जाता है, जिन्होंने पीएमडीजेवाई के तहत खाते खोले हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर / रामानुज
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